इंटरनेट की दुनिया
संकेत बिंदु :
- अध्भुत अविष्कार।
- उपयोगिता।
- दुरूपयोग।
- उचित प्रयोग आवश्यक।
विज्ञान का एक अद्धभुत अविष्कार था इंटरनेट। परन्तु अब इंटरनेट के आने से मानो सोने पर सुहागा हो गया है। इंटरनेट सुविधा तो पुरे देश - दुनिया को एक जगह पर लेक जोड़ रही है।
इंटरनेट सुविधा ने हर क्षेत्र अध्भुत क्रांति ला दी। आप चाहे धरती से नीचे समुद्र में हो या धरती से ऊपर आकाश में जाइये , इंटरनेट हर जगह उपस्थित है। भूत जानना हो या भविष्य , दुनिया के किसी भी कोने की जानकारी चाइये हो, सब मिल जाएगी वो सिर्फ इंटरनेट के जरिये। अपना इतिहास जानना हो, राजा - महाराजा के इतिहास को जानना हो , किसी राजलोक को जानना , किसी युद्ध के बारे में जानना हो या फिर किसी महापुरुष के बारे में जानना हो, इंटरनेट चुटकियों में बता देगी। वही पर यदि हम बात करे भविष्य की तो कोई आंधी , cyclone , तूफ़ान की जानकारी इन आपदाओं के आने से पहले ही पता चल जाती है, सिर्फ और सिर्फ इंटरनेट के कारन।
आज के इस दौर में खाना मांगाने से लेकर शादी करने तक, कोई बुकिंग करवाना हो चाहे वो रेल की टिकट हो या फिर कोई वेबिनार की, सब ऑनलाइन होता ह , इंटरनेट के कारन। आप किसी अपने दूर बैठे से आराम से बात-चीत क्र सकते हैं, वो भी वीडियो-कॉन्फ़्रेंसिंग के जरिए।
हालांकि कोई भी अविष्कार हो, उसके उपयोगिता के साथ-साथ उसके दुरूपयोग भी होते हैं। मनोरंजन और ज्ञान विस्तार का यह सबसे आसान और सस्ता साधन है। परन्तु किसी गुप्त जानकारियां हासिल करना, किसी को धमकाना , अफवाहें फ़ैलाने का मुख्या श्रोत बन गया है इंटरनेट। हमें विज्ञान की इस आधुनिक तकनीकी का सम्मान करना चाइये तथा किसी भी प्रकार की अफवाहें फ़ैलाने से बचना चाहिए।
आज इंटरनेट घर-घर की जरुरत बन गयी है, इसका प्रयोग करने वाले व्यक्ति अपनी अलग ही दुनिया बना लेते हैं। यदि इसका प्रयोग नियंत्रित रूप से किया गया तो, आने वाले समय में इंटरनेट हमे समृद्ध करने में सहायक साबित हो सकता है।